Compound Interest Calculator (Hindi Mein) - Chakravriddhi Byaj Calculator

Apne nivesh par compound interest (chakravriddhi byaj) ko Hindi mein calculate karein. Apne dhan ko tezi se badhayein.

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

विस्तृत गाइड

चक्रवृद्धि ब्याज क्या है? (What is Compound Interest?)

चक्रवृद्धि ब्याज, जिसे अक्सर "ब्याज पर ब्याज" कहा जाता है, वित्तीय दुनिया में सबसे शक्तिशाली अवधारणाओं में से एक है। साधारण ब्याज के विपरीत, जो केवल मूलधन पर गणना की जाती है, चक्रवृद्धि ब्याज मूलधन और पिछली अवधियों से जमा हुए ब्याज दोनों पर गणना की जाती है। इसका मतलब है कि आपका पैसा न केवल बढ़ता है, बल्कि इसकी वृद्धि दर भी समय के साथ तेज होती जाती है।

अल्बर्ट आइंस्टीन ने कथित तौर पर चक्रवृद्धि ब्याज को "दुनिया का आठवां आश्चर्य" कहा था। "जो इसे समझता है, वह इसे अर्जित करता है... जो नहीं समझता, वह इसका भुगतान करता है।" यह लंबी अवधि में धन बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। जब आप अपने निवेश पर रिटर्न अर्जित करते हैं, तो वह रिटर्न आपके मूलधन में जुड़ जाता है। अगली अवधि में, आप उस बढ़े हुए मूलधन पर रिटर्न अर्जित करते हैं, जिससे एक स्नोबॉल प्रभाव पैदा होता है जो आपके धन को तेजी से बढ़ा सकता है।

चक्रवृद्धि ब्याज का फॉर्मूला

चक्रवृद्धि ब्याज की गणना के लिए मानक सूत्र है:

A = P(1 + r/n)^(nt)

जहाँ:

  • A: भविष्य में निवेश का मूल्य, जिसमें ब्याज शामिल है।
  • P: मूलधन (प्रारंभिक जमा या ऋण)।
  • r: वार्षिक ब्याज दर (दशमलव में)।
  • n: प्रति वर्ष ब्याज चक्रवृद्धि होने की संख्या।
  • t: पैसा निवेश या उधार लिए जाने की वर्षों में संख्या।

कुल चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करने के लिए, आप भविष्य के मूल्य से मूलधन घटाते हैं: ब्याज = A - P। हमारा कैलकुलेटर इन सभी चरों को ध्यान में रखता है ताकि आपको एक सटीक अनुमान मिल सके।

चक्रवृद्धि आवृत्ति (Compounding Frequency)

चक्रवृद्धि आवृत्ति यह निर्धारित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कि आपका पैसा कितनी तेजी से बढ़ता है। आवृत्ति जितनी अधिक होगी, ब्याज उतनी ही बार आपके मूलधन में जोड़ा जाएगा, और आपका पैसा उतना ही तेजी से बढ़ेगा।

  • वार्षिक (n=1): ब्याज की गणना और वर्ष में एक बार जोड़ा जाता है।
  • अर्ध-वार्षिक (n=2): ब्याज वर्ष में दो बार जोड़ा जाता है।
  • त्रैमासिक (n=4): ब्याज वर्ष में चार बार जोड़ा जाता है।
  • मासिक (n=12): ब्याज हर महीने जोड़ा जाता है। यह बचत खातों और एसआईपी के लिए आम है।

हालांकि अंतर सूक्ष्म लग सकता है, समय के साथ, एक उच्च चक्रवृद्धि आवृत्ति आपके रिटर्न में महत्वपूर्ण अंतर ला सकती है।

72 का नियम (The Rule of 72)

72 का नियम यह अनुमान लगाने का एक त्वरित, उपयोगी तरीका है कि किसी निवेश को किसी दिए गए वार्षिक रिटर्न दर पर दोगुना होने में कितने साल लगेंगे।

दोगुना होने में लगने वाले वर्ष ≈ 72 / ब्याज दर

उदाहरण के लिए, यदि आपका निवेश 8% प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है, तो इसे दोगुना होने में लगभग 9 साल (72/8) लगेंगे। यह एक अनुमान है, लेकिन यह चक्रवृद्धि की शक्ति को दर्शाने के लिए एक शानदार मानसिक शॉर्टकट है।