छूट (Discount) क्या है?
छूट, जिसे बट्टा भी कहा जाता है, किसी वस्तु या सेवा के सूचीबद्ध मूल्य में कमी है। यह विक्रेताओं द्वारा खरीदारों को आकर्षित करने, स्टॉक को खाली करने, या त्योहारी मौसम के दौरान बिक्री बढ़ाने के लिए एक सामान्य रणनीति है। छूट को आम तौर पर प्रतिशत (जैसे "20% की छूट") या एक निश्चित राशि (जैसे "₹500 की छूट") के रूप में व्यक्त किया जाता है।
एक खरीदार के रूप में, छूट को समझना आपको खरीदारी के दौरान सूचित निर्णय लेने में मदद करता है। यह आपको यह जानने की अनुमति देता है कि आप वास्तव में कितना पैसा बचा रहे हैं और क्या सौदा वास्तव में उतना अच्छा है जितना यह लगता है। एक छूट कैलकुलेटर इस प्रक्रिया को सरल बनाता है, जिससे आप जल्दी से अंतिम मूल्य का पता लगा सकते हैं।
छूट की गणना कैसे करें?
छूट की गणना करना सीधा है। यहाँ दो मुख्य सूत्र दिए गए हैं:
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बचत राशि की गणना: बचत = मूल मूल्य × (छूट % / 100) यह सूत्र आपको बताता है कि आप कितने रुपये बचा रहे हैं।
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अंतिम मूल्य की गणना: अंतिम मूल्य = मूल मूल्य - बचत वैकल्पिक रूप से, आप सीधे अंतिम मूल्य की गणना कर सकते हैं: अंतिम मूल्य = मूल मूल्य × (1 - (छूट % / 100))
डबल डिस्काउंटिंग और इसकी भ्रांतियाँ
कभी-कभी, स्टोर "40% + 20% की छूट" जैसे ऑफ़र विज्ञापित करते हैं। यह भ्रामक हो सकता है। यह सीधे 60% की छूट के बराबर नहीं है। इसके बजाय, छूट क्रमिक रूप से लागू होती है।
उदाहरण: ₹1,000 की वस्तु पर "40% + 20% की छूट"।
- पहली छूट (40%): ₹1,000 का 40% = ₹400. कीमत ₹600 हो जाती है।
- दूसरी छूट (20%): अब, 20% की छूट नई कीमत, ₹600 पर लागू होती है। ₹600 का 20% = ₹120.
- अंतिम मूल्य: ₹600 - ₹120 = ₹480.
कुल बचत ₹400 + ₹120 = ₹520 है, जो ₹1,000 का 52% है, न कि 60%। हमेशा याद रखें कि क्रमिक छूट additively नहीं जुड़ती हैं।